दिवाकर ऑफिस के काम से चेन्नई गए हुए थे ।
रागी ने स्कूल से आते ही मुझसे पूछा- मम्मा आप आज पूजा कैसे करोगी ,पापा तो यहाँ हैं ही नहीं ।
कोई बात नहीं बेटा पूजा हो जाएगी-मैंने कहा
अच्छा जैसे विन्नी मौसी करती थी,मौसा जी के फोटो की पूजा करके वैसे ही आप करोगे ?
रागी ने अपने दिमाग का घोड़ा दौड़ाया ।
हाँ वैसे ही करुँगी।
अब तुम चलो खाना खा कर फटाफट होमवर्क कर लो कह कर मैंने रागी को चुप करा दिया पर दिमाग में विन्नी घूमने लगी ।
मेरी चचेरी बहन विन्नी के पति आर्मी में थे इसलिए तीज त्योहार में परिवार के साथ कम ही रहते थे ।
हर साल करवा चौथ में हम सब बहनें पूजा करने मायके में ही इकठ्ठा हुआ करती थीं ।
जब हम लोग अपने अपने पति के साथ पूजा कर रहे होते थे तब विन्नी अपने पति की फोटो की पूजा करती थी । उसके करवा चौथ की शक्ति ने पति को तो मौत के मुँह से निकाल लिया था जब किसी मुठभेड़ में उनके पेट में गोली लग गयी थी
पर एक छोटी सी असावधानी से हुई दुर्घटना ने विन्नी की इहलीला को समाप्त कर दिया ।
सुबह बच्चों का टिफिन बनाने चली और गैस ख़त्म हो गया तो उसने स्टोव पर आलू उबलने के लिए रख दिया
नीचे फर्श पर स्टोव रखा था ,उसके पास ही खड़ी हो कर आता गूंथने लगी ।
हड़बड़ी में ध्यान नहीं रहा और स्टोव की लौ से उसके गाउन में आग लग गयी ।
सिन्थेटिक कपड़े का गाउन था इसलिए देखते ही देखते आग फ़ैल गयी
बच्चे जब तक उसको बुझाने का प्रयास करते तब तक जला हुआ कपड़ा शरीर में चिपक चुका था।
डॉक्टर्स के बहुत प्रयास के बाद भी उसको बचाया नहीं जा सका ।
बचती भी कैसे उसके लिए तो कभी किसी ने व्रत रखा ही नहीं था ।
औरतें घर-परिवार की धुरी होती हैं ,उनके बिना परिवार बिखर जाता है
पर उनकी लम्बी आयु के लिए कोई विधान समाज में क्यों नहीं बनाया गया।
माँ बूढ़ी भी हो जाती है तब भी पुत्र के मंगल कामना के लिए व्रत करती है, लड़कियाँ भाइयों के लिए व्रत करती हैं ,पत्नी पति की लंबी आयु के लिए व्रत करती हैं ।
माँ बेटी के लिए, भाई बहन के लिए और पति पत्नी के लिए व्रत क्यों नहीं करते हैं ।
ऐसा कुछ नियम रहता तो शायद विन्नी को भी किसी का व्रत बचा लेता ।
यही सोचते सोचते शाम हो गयी और मैं पूजा की तैयारी में लग गयी ।
Friday, October 19, 2018
करवा चौथ
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